एसीएल चोट के बारे में जानकारी
खेल में हादसों से जुड़ी चोटें कभी-न-कभी हर किसी को आती हैं। एथलीट और खिलाड़ी इन चोटों से जूझते रहते हैं और इनमें से एक चोट है “एसीएल चोट”। एसीएल चोट का मतलब होता है “एंटीरियर क्रूस लिगामेंट चोट”। इसमें कटाव, खिचाव या टेरियर के कारण आंतरिक क्रूस लिगामेंट नुकसान होता है।
एसीएल चोट ज्यादातर खेलों में आम होती है, जैसे कि फुटबॉल, क्रिकेट, टेनिस और बास्केटबॉल। यह चोट आपकी जोड़ी को अस्थिर बना सकती है और आपको घंटों तक खेलने से रोक सकती है।
इस चोट को संप्रेषित करने के कई कारक हो सकते हैं, जैसे कि खेलों में अनुभवी खिलाड़ियों के साथ टक्कर, खेलने के दौरान खड़े होकर ज़मीन पर दुबारा गिरना, अचानक रुक जाना या टेढ़ी पर लगने से हो सकती है।
एसीएल चोट के लक्षणों में दर्द, सूजन, जोड़ी की सुरक्षा कम हो जाना और चलने या दौड़ने में मुशकठिनाई। यदि आपको एसीएल चोट के लक्षण दिखाई दें तो आपको तत्पर रहना चाहिए और चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।
चोट के दौरान, राहत के लिए आप जोड़ी को आराम देने के लिए इसे ऊचा कर सकते हैं, ठंडा बंदी लगा सकते हैं और दर्द को कम करने के लिए दर्दनाशक दवाएं ले सकते हैं।
डॉक्टर आपकी जोड़ी का माप और जांच करेंगे, शायद एक एक्स-रे या एमआरआई करेंगे ताकि वे चोट की गंभीरता का माप ले सकें। उनका उपयुक्त निदान करने के बाद, आपको उपचार की सलाह दी जाएगी।
एसीएल चोट के उपचार में विश्राम, बाधा युक्त गतिविधियों से बचाव, चिकित्सा बैंड या गठिया कोट, चिकित्सा शिकंजा या चिकित्सा पेटी और चिकित्सा व्यायाम शामिल हो सकते हैं। कभी-कभी, यदि चोट गंभीर है या अन्य उपचारों से अस्थायी राहत नहीं मिल रही है, तो चिकित्सा जरूरत पड़ सकती है, जैसे कि सर्जरी या बंदीश का उपयोग।
एक अच्छी चिक्त्सा से बचाव करने के लिए आपको ध्यान देने योग्य टिप्स भी दी जाएंगी। ये टिप्स आपको चोट से बचाने और पुनर्वास के लिए मदद कर सकती हैं।
1. वैरिएशन और प्रतिरोधक व्यायाम: आपको अपनी जोड़ियों को मजबूत और सुरक्षित बनाए रखने के लिए वैरिएशन और प्रतिरोधक व्यायाम करना चाहिए। इससे आपके पुराने चोटों का आयातन भी होगा।
2. ठंडी और गर्मी का उपयोग: छोटी चोटों को रोकने और इलाज करने के लिए आप चोटिल जगह पर ठंडी और गर्मी का उपयोग कर सकते हैं। ठंडी लगाने से सूजन और दर्द कम हो सकते हैं, जबकि गर्मी लगाने से रक्त संचार में सुधार हो सकती है।
3. सही एथलेटिक शूज: अपनी जोड़ी की सुरक्षा के लिए एक अच्छे एथलेटिक शूज का चयन करें। इससे आपके पैरों को सही समर्थन मिलेगा और चोट का खतरा कम होगा।
4. सुनिश्चित करें कि आप ठीक से संतुलित और पूरे शरीर का व्यायाम करते हैं। यह आपके शरीर को मजबूत बनाए रहकिकतें। चोटों से बचने के लिए अहम तत्वों को ध्यान में रखना आवश्यक है। यहां कुछ और महत्वपूर्ण बातें हैं जिन्हें आपको जानना चाहिए:
5. सही तरीके से ताकतवर बनें: नियमित व्यायाम करें और अपनी शारीरिक ताकत को बढ़ाने के लिए मांसपेशियों को मजबूत बनाएं। यह चोटों से बचाव में मदद करेगा।
6. सही तरीके से ताना-मना व्यायाम करें: सही तरीके से ताना-मना व्यायाम करने से आपकी जोड़ियों को अधिक सुरक्षा मिलेगी और चोट का खतरा कम होगा।
7. यथार्थ तानाशाही से बचें: जोड़ियों को यथार्थ तानाशाही से बचाने के लिए आपको सही तकनीक सीखनी चाहिए। यदि आप किसी खेल में हिस्सा लेने की सोच रहे हैं, तो उसे सही मार्गदर्शन और प्रशिक्षण के साथ शुरू करें।
8. शारीरिक सुरक्षा उपकरणों का उपयोग करें: खेल या व्यायाम के दौरान अपने शारीर को सुरक्षित रखने के लिए हेलमेट, एल्बो और नी गार्ड्स, क्वाड्रिसेप्स और हैमस्ट्रिंग ब्रबाहरवाई करें। ये थी कुछ महत्वपूर्ण टिप्स जो आपको एसीएल चोट से बचने में मदद कर सकती हैं।
हालांकि, यदि चोट हो जाती है, तो तुरंत चिकित्सा परामर्श लेना आवश्यक होता है। यदि आपको चोट होती है, तो रुकें, आराम करें और चिकित्सक की सलाह लें। जरुरी होने पर विशेषज्ञ चिकित्सा द्वारा जांच कराएं और उपचार पाएं। स्वस्थ रहें और खेल का आनंद लें, परंतु सुरक्षा को पहले मानें।